गणगौर माई की जय नमस्कार दोस्तों.. आज के बदलते समय में हम इतने आगे निकल चुके हे की हमे यही भी पता की हमारी पुराणी सस्कृति क्या थी... फिर भी में उन लोगो का शुक्रगुजार हु जो हमारी संस्कृति को बचाने का प्रयाश कर रहे है... गणगौर जो निमाड़, मालवा, राजस्थान , गुजरात आदि जगहों पर बड़े ही उत्साह से मनाया जाता है.. मुझे आज ये ऑडियो मिला सोचा आप सभी के साथ में इसे साझा करू ताकि सभी लोगो तक यह गणगौर झालरियो गीत पहुंच सके... मुझे इसके गायक और समूह का नाम तो नहीं पता.. पर में उन सभी का शुक्रगुजार हु जिन्होंने इस गीत को लिखा और गाया...