श्री नवनाग स्तोत्र
अनन्तं वासुकिं शेषं पद्मनाभं च कम्बलं , शन्खपालं ध्रूतराष्ट्रं च तक्षकं कालियं तथा एतानि नव नामानि नागानाम च महात्मनं, सायमकाले पठेन्नीत्यं प्रातक्काले विशेषतः तस्य विषभयं नास्ति सर्वत्र विजयी भवेत ll इति श्री नवनागस्त्रोत्रं सम्पूर्णं ll जय हो बाबा भीलट की... नाग चालीसा का रोजाना पाठ करने से आपको काल सर्प दोष से मुक्ति मिलती हे.. और मनवांछित फल की प्राप्ति होती हे... ।Navnag Stuti & Naag Chalisa |
नाग दीपावली का महत्व
मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष पंचमी के दिन बाबा भीलट देव बंगाल जीत कर आये थे और नगरवाशियों ने उनके आने की ख़ुशी में दीपावली मनाई थी।क्योकि बाबा भीलट देव शेषनाग का अवतार है अतः यह दिन नाग दीपावली के रूप में मनाया जाता है और आज ही के दिन भगवान राम और माता सीता जी का विवाह भी हुआ था इस लिए इस तिथि को विवाह पंचमी भी कहा जाता है । इस बार नाग दीपावली 12 Dec 2018 बुधवार को है तो सभी भक्तो से निवेदन है की इस दिन बाबा भीलट देव के नाम से घर में कम से कम 5 घी के दीपक अवश्य लगाएं । क्योकि माता लक्ष्मी जी ने बाबा भीलट देव को ऐसा वरदान दिया था की इस दिन जो भी भक्त बाबा भीलट देव के नाम से घर में दीपक लगाएगा मै उसके घर मै सदा वासकरूंगी ।
जय हो बाबा भीलट की
Comments
Post a Comment